प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लाल किले की प्राचीर से बड़ा ऐलान
PM Modi on PM Svanidh Yojana: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार केवल नीतियां बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि ज़मीनी स्तर पर बदलाव लाने के लिए काम कर रही है. इसी कड़ी में उन्होंने प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (PM Svanidhi) योजना का विशेष तौर पर जिक्र किया.
यह योजना देशभर में लाखों रेहड़ी-पटरी वालों की आर्थिक रीढ़ को मज़बूत बना रही है और उन्हें आधुनिक भुगतान प्रणाली जैसे यूपीआई से जोड़कर आत्मनिर्भर बना रही है. पीएम मोदी ने कहा, "हमारे रेहड़ी-पटरी वाले अब यूपीआई से भुगतान स्वीकार कर रहे हैं, यह बदलाव बताता है कि सरकार अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध है. खासतौर पर माइक्रो-लोन की यह सुविधा लोगों के जीवन में नई ऊर्जा भर रही है."
क्या है पीएम स्वनिधि योजना
कोविड-19 महामारी के दौरान आजीविका खो चुके रेहड़ी-पटरी वालों को दोबारा खड़ा करने के लिए केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने जून 2020 में इस योजना की शुरुआत की थी. इसका मकसद सस्ती दरों पर वर्किंग कैपिटल उपलब्ध कराना है, ताकि वे अपना कारोबार फिर से शुरू कर सकें.
योजना के तहत तीन चरणों में लोन दिया जाता है. इसके तहत पहली किश्त में 10,000 रुपये की, दूसरी किश्त में (पहली किस्त समय पर चुकाने पर) 20,000 रुपये की और तीसरी किश्त (दूसरे लोन के समय पर री-पेमेंट के बाद) 50,000 रुपये तक का लोन दिया जाता है. इस साल के बजट में इसमें यूपीआई-लिंक्ड क्रेडिट कार्ड की सुविधा भी जोड़ी गई है, जिसकी अधिकतम लिमिट 30,000 रुपये है.
लाखों लोगों को फायदा
हिंदुस्तान में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अभी जुलाई 2025 तक, 68.11 लाख से ज्यादा स्ट्रीट वेंडर्स को इस योजना का फायदा मिल चुका है. खास बात यह है कि इनमें 30.97 लाख महिलाएं शामिल हैं, जो कुल लाभार्थियों का करीब 45 फीसदी हैं.
पीएम स्वनिधि न केवल रेहड़ी-पटरी वालों को आर्थिक सहारा दे रही है, बल्कि उन्हें डिजिटल इंडिया का हिस्सा बनाकर उनके कारोबार को आधुनिक बना रही है. सरकार का दावा है कि आने वाले समय में इस योजना के दायरे को और बढ़ाया जाएगा, ताकि कोई भी छोटा व्यापारी आर्थिक संसाधनों की कमी की वजह से पीछे न रह जाए.