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Delhi Floods News: दिल्ली इन दिनों भीषण बाढ़ की चपेट में है. यमुना का पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है और इसका असर राजधानी के ज्यादातर इलाकों पर दिखाई दे रहा है. निचले इलाकों में पानी भरने से हजारों लोग अपने घर छोड़ने पर मजबूर हो गए हैं. प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं, लेकिन हालात अभी भी बेहद चिंताजनक बने हुए हैं.
यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ा
मौसम विभाग और जल विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों में हुई लगातार बारिश और पहाड़ी राज्यों से छोड़े गए पानी की वजह से यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ा है. कई जगहों पर यमुना का पानी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. इसका सीधा असर दिल्ली के निचले इलाकों पर पड़ा है, जहां पानी भरकर लोगों की जिंदगी अस्त-व्यस्त हो गई है.
हजारों लोग बेघर
बाढ़ के कारण दिल्ली के कई इलाकों में पानी भर गया है। खासकर मजनू का टीला, कश्मीरी गेट, वजीराबाद, लोहे का पुल और यमुना किनारे बसी बस्तियों में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं. यहां रहने वाले हजारों परिवार बेघर हो गए हैं और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है. लोग अपने घरों का सामान, छोटे बच्चे और बुजुर्गों को लेकर राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं. कई परिवारों को सड़क किनारे या फ्लाईओवर के नीचे रात बितानी पड़ रही है.
यातायात और जनजीवन पर असर
बाढ़ ने दिल्ली की रफ्तार पर भी ब्रेक लगा दिया है. कई प्रमुख सड़कों पर पानी भरने से ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो गई है. सार्वजनिक परिवहन भी प्रभावित हुआ है. मेट्रो स्टेशन के आसपास पानी भर जाने से यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई स्कूलों और दफ्तरों को बंद करना पड़ा है ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम अलर्ट
हालात को देखते हुए प्रशासन ने एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) और एसडीआरएफ की टीमों को राहत और बचाव कार्य में लगाया है. नावों की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. दिल्ली सरकार ने यमुना के किनारे रहने वाले लोगों से अपील की है कि वे तुरंत सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं और किसी तरह का जोखिम न उठाएं.
स्वास्थ्य और स्वच्छता की चिंता
बाढ़ के कारण बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है. गंदे पानी और नमी की वजह से डेंगू, मलेरिया, दस्त और स्किन इंफेक्शन जैसी बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल टीमें तैनात की हैं और प्रभावित इलाकों में हेल्थ कैंप लगाए जा रहे हैं. वहीं, पीने के पानी और साफ-सफाई को लेकर भी चुनौतियां बढ़ गई हैं.
आम लोगों की परेशानियां
बाढ़ से सबसे ज्यादा परेशानी उन लोगों को हो रही है जो रोज कमाने-खाने वाले हैं. उनके घर और सामान पानी में डूब गए हैं, रोजगार बंद हो गया है और खाने-पीने की समस्या खड़ी हो गई है. बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है. लोग राहत सामग्री और सरकारी मदद का इंतजार कर रहे हैं.
सरकार ने की मदद की घोषणा
दिल्ली सरकार ने बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए राहत पैकेज का ऐलान किया है. प्रभावित इलाकों में अस्थायी कैंप लगाए जा रहे हैं, जहां लोगों को खाना, पीने का पानी और दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं. सरकार ने दावा किया है कि हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है और किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.