Virat with ipl trophy
18 साल का लंबा इंतज़ार, बरसों की loyality, कभी मैदान पर टूटे, कभी सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए, लेकिन एक शख़्स था…जो हर साल एक नई उम्मीद लेकर लौटा, वो था — विराट कोहली
वो कप्तान जिसने सालों तक ताज नहीं पहना,लेकिन ताज से ज़्यादा इज्जत कमाई, जिसने ट्रॉफी नहीं लेकिन लोगों का दिल जीत लिया. आज जब RCB ने ट्रॉफी उठाई तो विराट की आंखों में चमक थी पर उन चमकती आंखों में आंसू भी थे. विराट से जब पूछा गया कि आरसीबी के लिए 18 साल बाद खिताब जीतना कितना स्पेशल है ? विराट बोले: मेरा दिल बैंगलोर के साथ है, मेरी आत्मा बैंगलोर के साथ है. मैं जब तक जिंदा हूं, RCB के लिए ही खेलूंगा. विराट की ये बातें सुनकर उस पल हर फैन की आंखों में भी नमी थी.विराट जब मैच जीतकर ख्याति बटोर रहे थे, तब उनके पीछे स्टेडियम में अनुष्का शर्मा खड़ी थीं, वो मैच के हर में आरसीबी को सपोर्ट कर रही थीं.
अनुष्का-विराट की तस्वीर हर मैच के बाद बाहर आती है, वे 2014 से लगातार आरसीबी का मैच देखने आती हैं, अनुष्का शायद विराट से यही कहती होंगी
'हार कर आओगे, तो सहारा बन जाऊंगी
जीत के आओगे, तो साथ मुस्कुराऊंगी'
अहमदाबाद में खेला गया फाइनल एकदम ब्लाकबास्टर था, आरसीबी ने पहले बैटिंग करते हुए 190 रन बनाए...पंजाब ने भी बैटिंग में अच्छी शुरुआत की, बिना विकेट खोए टीम ने 43 रन बना लिए थे लेकिन फिल साल्ट का एक बेहतरीन कैच आरसीबी को गेम में लाया. जोश इंगलिस ने तेज तर्रार पारी खेली लेकिन कप्तान श्रेयस अय्यर, स्टायनिस, नेहाल बढेरा ने निराश किया...अंत में शशांक सिंह ने 30 गेंदों में 61 रनों की पारी खेली लेकिन तब तक पंजाब मैच हार चुका था...
17 साल के इंतजार के बाद जब जॉश हेजलवुड 20 वें ओवर की तीसरी गेंद डालने जा रहे थे तब विराट की आंखों से आंसू निकल रहे थे..और उस वक्त दुनिया ने देखा कि जब वर्षों की मेहनत फल देती है तो खुशी के आंसू निकल ही जाते हैं...विराट को.. वो चीज मिली है जिसका उनको 17 सालों से इंतजार था